नाम है तेरा तारणहारा,कब तेरा दर्शन होगा। जिसकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वह कितना सुंदर होगा। वह कितना सुंदर होगा।
तुमने तारे लाखों प्राणी, यह संतों की वाणी है। तेरी छवि पर ओ मेरे भगवन, यह दुनिया दीवानी है। २।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 भाव से तेरी वह जगह चाहूं, जीवन में मंगल होगा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹जिसकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वह कितना सुंदर होगा। वह कितना सुंदर होगा।
सूरवर मुनिवर जिनके चरण में, निस दिन शीश झुकाते हैं। जो गाते हैं प्रभु की महिमा, वह सब कुछ पा जाते हैं। २।🌹🌹🌹🌹 अपने कष्ट मिटाने को तेरे, चरणों का वंदन होगा। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹जिसकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वह कितना सुंदर होगा। वह कितना सुंदर होगा।
मन की मुरादे लेकर स्वामी, तेरी शरण में आए हैं। हम हैं बालक तेरे स्वामी,तेरे ही गुण गाए है।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 भाव से पार उतरने को तेरे, गीतों का संगम होगा। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹जिसकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वह कितना सुंदर होगा। वह कितना सुंदर होगा।
नाम है तेरा तारणहारा,कब तेरा दर्शन होगा। जिसकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वह कितना सुंदर होगा। वह कितना सुंदर होगा।