यशोदा के नंदकिशोर, हां किशोर मत छेड़ो बीच डगरिया में।
Tag: Yashoda ke nandkishor mat chedo
अपनो गांव रखो नंदरानी, हम कहीं और बसेंगी जाय।
छोटा सा कन्हैया देखो यशोदा घर में डोले रे
हुवा जनम अष्टमी रात,हां रात,छठी आज मनाएं कान्हा की।
मैया री सोनी लागे री वृषभान जी री छोरी।