तर्ज,मेरे बालाजी महाराज महाराज तेरा जग में
यशोदा के नंदकिशोर, हां किशोर मत छेड़ो बीच डगरिया में।
मेरे सर पे धरी गगरिया रे।मत खींचे मेरी चुनरिया रे।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 तूं मेरो पिछो छोड़, हाय छोड़,मत खींचे मेरी चुनरिया रे।
यशोदा के नंदकिशोर, हां किशोर मत छेड़ो बीच डगरिया में।
मेरी पकड़ के बैयां झटक रहयो।मेरी गगरी से पानी छलक रहयो।२।🌺🌺🌺🌺🌺मेरी गगरी नई निछोड, निछोड़,मत खींचे मेरी चुनरिया रे।
यशोदा के नंदकिशोर, हां किशोर मत छेड़ो बीच डगरिया में।
में ग्वालन हूं बरसाने की।तेरी बातन में ना आने की।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरो नाम है माखन चोर, हां चोर,मत खींचे मेरी चुनरिया रे।
यशोदा के नंदकिशोर, हां किशोर मत छेड़ो बीच डगरिया में।
तेरी सूरत है भोली भाली।देखत में लागत है प्यारी।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरो मन है बड़ो कठोर, हां कठोर,मत खींचे मेरी चुनरिया रे।
यशोदा के नंदकिशोर, हां किशोर मत छेड़ो बीच डगरिया में।यशोदा के नंदकिशोर, हां किशोर मत छेड़ो बीच डगरिया में।