मैंने छान छान पिया पानी, सतगुरु तेरी अजब कहानी।
Tag: Jatni mat na kar takrar
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया।
सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो चुनरिया
जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।
मैंने छान छान पिया पानी, सतगुरु तेरी अजब कहानी।
अमृत बरस रहो सत्संग में अरे मन पी लेे बाबरिया।
सतगुरु प्यारे मेरी रंग दो चुनरिया
जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।