Categories
गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics

Jatni mat na kar takrar,mane satsang me jana se,जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से,guru bhajan

जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।

जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।

सत्संग गंगा धाम बताया,नहा ले आनंद हो जहां काया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जाटनी बह माया की या धार,मने सत्संग में जाना से।जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।

जिस लहर में सुरती लाई,उनकी हो जा सफल कमाई।जाटनी वा होगी बेड़ा पार,मने सत्संग में जाना से।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।

जिसने गुण गोविंद के गाए,उनके होंगे भाग सवाये।जाटनी मने दे ले गाल हजार,मने सत्संग में जाना से।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।

दुनियां दो दिन दर्शन मेला।करूं दर्शन बामन का चेला। रे जाटनी गुरु जी का गांवड़ में दरबार,मने सत्संग में जाना से।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जाटनी मत ना कर तकरार, मने सत्संग में जाना से।

Leave a comment