श्याम सलोने का प्यारा श्रृंगार है,
कितना सुन्दर सांवलिया सरकार है ।
Category: श्याम भजन लिरिक्स
हम तो आये शरण में तुम्हारी
लाज हाथो में तेरे हमारी
ओ सांवरे सारे सहारे छूटे जाये रूठ जाये लोग हमसे क्या हुआ,
ऐ मेरे साँवरे, तू बता रास्ता,
हार कर आया हूँ, अब तो दे आसरा,
म्हारो कुन सो है त्योहार फागण से बढ़ के
जहा जुटेंगे श्याम के प्रेमी,करेंगे प्रेम पुकार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
मेरी इस ज़माने में हस्ती ना होती,
अगर तुम ना होते अगर तुम न होते,
श्याम तेरे चरणों में मेरा है ठिकाना।
बन के तेरा नौकर, ये जीवन बिताना है,
कोई नहीं है जिसको पुकारें,
जो तुम रूठे श्याम हमारे,
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