तर्ज,कन्हैया ले चल परली पार
जहा जुटेंगे श्याम के प्रेमी,करेंगे प्रेम पुकार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
कोई करेगा श्याम से बतिया
ज्योत जगावे,कोई सारी रतिया.
भजन भाव से कोई रिझावे,कोई करे मनुहार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
जहा जुटेंगे श्याम के प्रेमी,करेंगे प्रेम पुकार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
कोई भगत की सेवा करेगा,
कोई छपन भोग धरेगा
कोई चंवर ढुलावे श्याम के,कोई करे जेजेकार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
जहा जुटेंगे श्याम के प्रेमी,करेंगे प्रेम पुकार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
नाच नाच कोई श्याम रिझावे
कोई सांवरिये को सजावे
किस्मत को अपनी चमकावे,होव हर्ष अपार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
जहा जुटेंगे श्याम के प्रेमी,करेंगे प्रेम पुकार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
अपनी अपनी सेवा सब देंगे
नयनो से दिल की बात कह देंगे
आज सुनाई होगी सबकी,पूरा हे ऐतबार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।
जहा जुटेंगे श्याम के प्रेमी,करेंगे प्रेम पुकार
आएंगे आएंगे सांवलिया सरकार।