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श्याम भजन लिरिक्स

Hum to aaye sharan me tumhari laaj hatho me tere hamari,हम तो आये शरण में तुम्हारी लाज हाथो में तेरे हमारी,shyam bhajan

हम तो आये शरण में तुम्हारी
लाज हाथो में तेरे हमारी

तर्ज, इतनी शक्ति हमें देना दाता

हम तो आये शरण में तुम्हारी
लाज हाथो में तेरे हमारी
हम को तुम पे भरोसा अटल है
तुम सम्बालोगे हम को मुरारी
हम तो आये शरण में तुम्हारी।

हम को विश्वास तुम पे है इतना
गेहरा होता समुन्द्र है जितना
आसमानों से उचा इरादा साथ तेरा हमारे वो वादा
हार पग पग पे तुम से हारी
इस लिए जीत आगे हमारी
हम तो आये शरण में तुम्हारी।

हम तो आये शरण में तुम्हारी
लाज हाथो में तेरे हमारी
हम को तुम पे भरोसा अटल है
तुम सम्बालोगे हम को मुरारी
हम तो आये शरण में तुम्हारी।

हम भगत तेरे डर क्या है हम को
फिर डराती है ये विपता है किस को
हम तो जैसे भी सेह लेंगे इसको
ये सहेगी भला कैसे तुझको
क्या बिगड़ेगी विपदा विचारी
है खड़ा समाने चकर धारी।

हम तो आये शरण में तुम्हारी
लाज हाथो में तेरे हमारी
हम को तुम पे भरोसा अटल है
तुम सम्बालोगे हम को मुरारी
हम तो आये शरण में तुम्हारी।

जब से सोंपी है नैया ये तुझको फिर तूफानों से डर क्या है हम को
या किनारों को आना पड़ेगा
या फिर पोंछाये मझधार इसको
देख विस्मिथ हुए संसारी
बना निर्मल का माझी बिहारी।

हम तो आये शरण में तुम्हारी
लाज हाथो में तेरे हमारी
हम को तुम पे भरोसा अटल है
तुम सम्बालोगे हम को मुरारी
हम तो आये शरण में तुम्हारी।

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