तर्ज – सांवरे से मिलने का।
श्याम तेरे चरणों में, अब मेरा ठिकाना है, बन के तेरा नौकर, ये जीवन बिताना है, श्याम तेरे चरणो में, अब मेरा ठिकाना है।
मैं दुनिया से क्या मांगू, दुनिया ये क्या देगी, खुदगर्ज़ है दुनिया, इंकार कर देगी, श्याम तेरे आगे ही, ये दामन फैलाना है,
श्याम तेरे चरणों में, अब मेरा ठिकाना है, बन के तेरा नौकर, ये जीवन बिताना है, श्याम तेरे चरणो में, अब मेरा ठिकाना है।
में दुनिया से क्या मांगू, दुनिया ये क्या देगी, खुदगर्ज़ है दुनिया, इंकार कर देगी, श्याम तेरे आगे ही, ये दामन फैलाना है, श्याम तेरे चरणो में, अब मेरा ठिकाना है ।।
श्याम तेरे चरणों में, अब मेरा ठिकाना है, बन के तेरा नौकर, ये जीवन बिताना है, श्याम तेरे चरणो में, अब मेरा ठिकाना है।
मेरा यहाँ कुछ भी नहीं, जो कुछ है सब तेरा, तूने ही संवारा है, बाबा ये जीवन मेरा, तुम्हे मेरे परिवार पर, दया यूँ ही लुटाना है, श्याम तेरे चरणो में
तेरे सिवा मनमोहन, कुछ नहीं भाता है, जब तक ना देखूं तुम्हे, कहीं चैन ना आता है, कान्हा तेरी सूरत पे, हुआ दिल ये दीवाना है, श्याम तेरे चरणो में, अब मेरा ठिकाना है ।।
श्याम तेरे चरणों में, अब मेरा ठिकाना है, बन के तेरा नौकर, ये जीवन बिताना है, श्याम तेरे चरणो में, अब मेरा ठिकाना है।
विनती सुनो बाबा, आकर लगा लो गले, अपना बना लो मुझे, मिटा के सब शिकवे गीले, मैं प्यासा हूँ दर्शन का, तुम्हे दर्शन दिखाना है, मेरे च
श्याम तेरे चरणों में, अब मेरा ठिकाना है, बन के तेरा नौकर, ये जीवन बिताना है, श्याम तेरे चरणो में, अब मेरा ठिकाना है।