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श्याम भजन लिरिक्स

Ye sundar singar suhana lagta hai,ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है,shyam bhajan

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है,



(तर्ज : दुल्हे का सेहरा)

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,
ज्यादा मत देखो नजर लग जाएगी,
ये कीर्तन की रात दुबारा आयेगी



हजारों बार देखा है, हजारों बार सजते हों,
मगर क्या बात है कान्हा, गजब के आज लगते हो,
ये सुन्दर चेहरा सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,
ज्यादा मत देखो नजर लग जाएगी,
ये कीर्तन की रात दुबारा आयेगी।

अगर हम दूर से देखें, कन्हैया पास लगते हो,
अगर नजदीक से देखें हमें कुछ खास लगते हों,
ये तेरा अंदाज पुराना लगता है भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,
ज्यादा मत देखो नजर लग जाएगी,
ये कीर्तन की रात दुबारा आयेगी।

नजारा देखकर मुझको, कोई सपना सा लगता है,
नया चेहरा तेरा कान्हा, मगर अपना सा लगता है,
बदलेगा जल्दी जमाना लगता है भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,
ज्यादा मत देखो नजर लग जाएगी,
ये कीर्तन की रात दुबारा आयेगी।

उछालो रंग “बनवारी” दिवाना आज कर डारो,
जरा मुस्काके देखो तुम, नजर के तीर मत मारो,
भक्तों के दिल पे निशाना लगता है।भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,

ये सुन्दर सिणगार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दिवाना लगता है,
ज्यादा मत देखो नजर लग जाएगी,
ये कीर्तन की रात दुबारा आयेगी।

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