Categories
राम भजन लिरिक्स

He dashrath Nandan daya karo,hum sharan tumhari aaye,हे दशरथ नंदन दया करो, हम शरण तुम्हारी आए हैं,ram bhajan

हे दशरथ नंदन दया करो, हम शरण तुम्हारी आए हैं

हे दशरथ नंदन दया करो, हम शरण तुम्हारी आए हैं हमको तुम ना ठुकरा देना हम द्वार तिहारे आए हैं।

दुनिया रूठे तो रूठा करे, हमसे नाराज ना होना तुम। तुमसे ही हे रघुकुल नंदन, हम आस लगा कर आए हैं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे दशरथ नंदन दया करो, हम शरण तुम्हारी आए हैं।

तुम भवसागर के तारक हो, हमको तो कोई फिक्र नहीं। मझदार डुबा या पार लगा,ये ठान के अब तो आए है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे दशरथ नंदन दया करो, हम शरण तुम्हारी आए हैं।

उसका ना अमंगल होता कभी, जो निशदिन तेरा ध्यान करें। अपने वंदन में है भगवान, तेरा गुणगान ही गाये है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे दशरथ नंदन दया करो, हम शरण तुम्हारी आए हैं।

तुम चाहो तो बलहीनों में, बल का रघुवर संचार करो। वह निर्बल भी बलवान बने, तुमसे जो आस लगाए हैं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 हे दशरथ नंदन दया करो, हम शरण तुम्हारी आए हैं।

कलयुग में तुमसा फलदायक, कोई और मिला नहीं हे रघुवर। खाली झोली लेकर आए, तेरे द्वार से भर ले जाएंगे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 हे दशरथ नंदन दया करो, हम शरण तुम्हारी आए हैं।

Leave a comment