हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
चैत्र में तुलसा ने जन्म लियो है, वैशाख में तुलसा हरी हुए जाय।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
जेठ में तुलसा की हुई है तूड़ाई, आषाढ़ तुलसा खाली नहाय।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
सावन तुलसा की भई है उमरिया। भादो तुलसा करे सिंगार।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
आषाढ़ में तुलसा की भई है सगाई। कार्तिक तुलसा ब्याही जाए।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
हंसी हंसी राधाजी पूछे है बात।कान्हा के हाथों में मेहंदी लाल।रानी के हाथों में मेहंदी लाल।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
हम तो राधा रानी बाहर घूमन गए। मेहंदी का पत्ता हाथों में लाल। हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
हंसी हंसी राधाजी पूछे है बात।कान्हा जी की धोती कैसे हुई लाल।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
हम तो राधा रानी घाट घूमन गए। धोबिया ने लगा दी धोती में लाल। हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
हंसी हंसी राधाजी पूछे है बात।कान्हा जी के आंखों में काजल कौन डाल।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल
हम तो राधा रानी लिखिया लिखत भए।लिखिया की काली आंखों में डाल।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
भोर भई पहरेदारा जागे,किशना का हाथ पकड़ के लाय।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।
तुम तो राधा रानी सीधी-सादी। तुलसा का कृष्णा से ब्याह हो जाए।हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हे नारायण हे गोपाल, केशव माधव दीनदयाल।