सारे जग में डंका बाजे,हो रहयो थारो नाम।सालासर बालाजी थाने,म्हारी राम राम।२।
बालपने में चढ़ आकाशां,सूरज मुख में दबायो। ठोड़ी पर जब लगी चोट तो,हनुमान कहलायो।२🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹थारी भक्ति और शक्ति ने,२, झुक झुक करा प्रणाम।सालासर बालाजी थाने,म्हारी राम राम।२।
सारे जग में डंका बाजे,हो रहयो थारो नाम।सालासर बालाजी थाने,म्हारी राम राम।२।
सात समुंदर लांघ के सीता, मां की खबर लगाई।आग लगा कर पूंछ में अपनी, सारी लंका जलाई। २। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तहस-नहस कर डाली लंका,२, खूब मचयो कोहराम।सालासर बालाजी थाने,म्हारी राम राम।२।
सारे जग में डंका बाजे,हो रहयो थारो नाम।सालासर बालाजी थाने,म्हारी राम राम।२।
संजीवन बूटी के खातिर,पर्वत उठा के ल्यायो। यो ही राखी लाज राम की,लक्ष्मण प्राण बचायो।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तीनों लोकां में थारो,२,गूंज रहयो है नाम।सालासर बालाजी थाने,म्हारी राम राम।२।
सारे जग में डंका बाजे,हो रहयो थारो नाम।सालासर बालाजी थाने,म्हारी राम राम।२।