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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Bade pyar se milna sabse, बड़े प्यार से मिलना सब से दुनियां में इंसान रे,nirgun bhajan

बड़े प्यार से मिलना सब से, दुनियां में इंसान रे।

बड़े प्यार से मिलना सब से, दुनियां में इंसान रे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹क्या जाने किस भेष में बंदे,मिल जाए भगवान रे।

कौन बड़ा है कौन है छोटा,ऊंचा कौन है नीचा।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹प्रेमके जाल से सभी को सींचा,ये प्रभु का बगीचा।भाई ये प्रभु का बगीचा।🌹🌹🌹मत खींचो रे तुम दीवारें,इंसानों के दरमियान रे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹क्या जाने किस भेष में बंदे,मिल जाए भगवान रे।बड़े प्यार से मिलना सब से।

ओ महंत जी३।खोज रहे हो,उनको मोती की लड़ियों में।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹कभी उन्हें खोजा है तुमने, भूखों की अंतड़ियों मे।गरीबों की अंतड़ियों मे।🌹🌹दिन जनों के अंसुवन में क्या,कभी किया अहसान रे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹क्या जाने किस भेष में बंदे,मिल जाए भगवान रे।बड़े प्यार से मिलना सब से।

ना जाने कब श्याम मुरारी,आ जाए बनकर के भिखारी।ना जाने कब श्याम मुरारी,आ जाए बनकर के भिखारी।🌹🌹🌹🌹🌹 कहीं लौट जाए द्वार से,लिए बिना कोई दान रे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹क्या जाने किस भेष में बंदे,मिल जाए भगवान रे।बड़े प्यार से मिलना सब से।

बड़े प्यार से मिलना सब से, दुनियां में इंसान रे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹क्या जाने किस भेष में बंदे,मिल जाए भगवान रे।

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