मेरा छोड़ दे दुपट्टा नंदलाला,सबेरे दही लेकर आऊंगी।
Tag: Mera chod de dupatta
रूठ गया है, रूठ गया है।रूठ गया है,आज देखो कन्हैया मेरा।
में हूं शरण में तेरी संसार के रचैया
कब से धरा सिसकती कान्हा,तुझे रही है पुकार।
गोविंद चले आओ,गोपाल चले आओ
मेरा छोड़ दे दुपट्टा नंदलाला,सबेरे दही लेकर आऊंगी।
रूठ गया है, रूठ गया है।रूठ गया है,आज देखो कन्हैया मेरा।
में हूं शरण में तेरी संसार के रचैया
कब से धरा सिसकती कान्हा,तुझे रही है पुकार।
गोविंद चले आओ,गोपाल चले आओ