में हूं शरण में तेरी संसार के रचैया,कश्ती मेरी लगाओ, उस पार हे कन्हैया।
मेरी अरदास सुन लीजे, प्रभु सुध आन में लीजे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 दरस एक बार तो दीजे। मैं समझूंगा श्याम रीझे। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺पतवार थाम लो तुम, मझधार में है नैया।
में हूं शरण में तेरी संसार के रचैया,कश्ती मेरी लगाओ, उस पार हे कन्हैया।
भगत बैचेन है तुम बिन, तरसते नैन है तुम बिन।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अंधेरी रैन है तुम बिन, कहीं ना चैन है तुम बिन।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺है उदास देखो तुम बिन,गोपी ग्वाल गैया।
में हूं शरण में तेरी संसार के रचैया,कश्ती मेरी लगाओ, उस पार हे कन्हैया।
दयानिधि नाम है तेरा,कहाते हो अंतर्यामी।समाए हो चराचर में,सकल संसार के स्वामी। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺नमामी नमामी हरदम,त्रिजधाम के बसैया।
में हूं शरण में तेरी संसार के रचैया,कश्ती मेरी लगाओ, उस पार हे कन्हैया।
तेरी यादों का मनमोहन,इस दिल में उमड़ा है सावन।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बुझेगी प्यास इस दिल की,सुनूंगा जब तेरा आवन।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺पावन पतित को करना,जगदीश ओ कन्हैया।
में हूं शरण में तेरी संसार के रचैया,कश्ती मेरी लगाओ, उस पार हे कन्हैया।