कोई जब प्रेम से बुलावे,यो रुक नहीं पावे।
Tag: Koi jab prem se bulawe
दूर नगरी बड़ी दूर नगरी
इन्हीं आंखों में,इन्हीं आंखों में।
मेरा छोड़ दे दुपट्टा नंदलाला,सबेरे दही लेकर आऊंगी।
रूठ गया है, रूठ गया है।रूठ गया है,आज देखो कन्हैया मेरा।
कोई जब प्रेम से बुलावे,यो रुक नहीं पावे।
दूर नगरी बड़ी दूर नगरी
इन्हीं आंखों में,इन्हीं आंखों में।
मेरा छोड़ दे दुपट्टा नंदलाला,सबेरे दही लेकर आऊंगी।
रूठ गया है, रूठ गया है।रूठ गया है,आज देखो कन्हैया मेरा।