कब से धरा सिसकती कान्हा,तुझे रही है पुकार।
Tag: kab se dhara sisakti
गोविंद चले आओ,गोपाल चले आओ
हो गई दुनिया में बदनाम,कन्हैया तेरे पीछे
वृंदावन में हुकुम चले,बरसाने वाली का
काली कमली वाला मेरा यार है
कब से धरा सिसकती कान्हा,तुझे रही है पुकार।
गोविंद चले आओ,गोपाल चले आओ
हो गई दुनिया में बदनाम,कन्हैया तेरे पीछे
वृंदावन में हुकुम चले,बरसाने वाली का
काली कमली वाला मेरा यार है