मेरे सिर पे मटकी दूध की,भोले को नहावन जाऊं रे।
Tag: Dahi ki matakiya me daro kahe haath hai
तेरे दर पर आकर मुझे क्या मिला है। यह मैं जानता हूं या तूं जानता है।
देखो मटकी पे मटकी कन्हैया कईयां
मेरे सिर पे मटकी दूध की,भोले को नहावन जाऊं रे।
तेरे दर पर आकर मुझे क्या मिला है। यह मैं जानता हूं या तूं जानता है।
देखो मटकी पे मटकी कन्हैया कईयां