एकदीना शिव शंकर गोरा चौपड़ खेले साथ।
Tag: bole gora se shankar ji
गोरा ने गणपति जायो है गोरा ने,
पत रखियो गोरी के लाल,
लाज रखियो गोरी के लाल,
गौरा ढूंढ रही पर्वत पर,
शिव को पति बनाने को,
शंकर पार्वती की संग पड़न लागी
हरे हरे, पड़न लागी भांवरिया।
ठुमक ठुमक चले गोरी का लाला,
गोरा मैया जी के प्यारे भोले जी की आँख के तारे।
आ लौट के आजा भोलेनाथ,तुझे माँ गौरा बुलाती है।
बोले गौरा से शंकर जी एकदीन, प्रिये हम भी जनानी बनेंगे।
शिवजी बिहाने चले,नंदी सजाय के
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