पिंजरे के पंछी रे,तेरा दर्द ना जाने कोय।
Tag: bangla ajab banya
जगत में कोई ना परमानेंट
मने ईबके तो बचाले मेरी माय बताउडो आयो लेवण ने
मेरे माटी के मटके तूं राम राम बोल।
बंगला अजब बना महाराज, जा में नारायण बोले
पिंजरे के पंछी रे,तेरा दर्द ना जाने कोय।
जगत में कोई ना परमानेंट
मने ईबके तो बचाले मेरी माय बताउडो आयो लेवण ने
मेरे माटी के मटके तूं राम राम बोल।
बंगला अजब बना महाराज, जा में नारायण बोले