मात पिता गुरु प्रभु चरणों में, प्रणवत बारंबार।
Category: durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स
जरा के गाड़ी डाट भगत म्हाने,जानो नगर अंजार, बात मेरी मान ले।
घणी दूर से भाग रहयो,थारी गाडूली के लार
सारी दुनिया से मैं हार, मैया आयो थारे द्वार, म्हाने हिवड़े लगाओ जी
कान्हा को कैसे मनाऊं रे कान्हा माने ना माने
कीर्तन रच्यो है म्हारे आंगणे
सावन की बरसे बदरिया,मां की भीगे चुनरिया।
कितनी भोली कितनी सुन्दर बड़ी प्यारी लागे
हार गए जीवन से मुझको बचाले,गले से लगा ले मैया गले से लगा ले
घूमर घालनी ये देवी म्हारे आंगणिय रम जाय
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