तर्ज, मनिहारी का भेष बनाया
नवरातों में रंग बरसाओ,आओ आओ मां अम्बे आओ।
लक्ष्मी तुम भी पधारो,गौरा तुम भी पधारो।सरस्वती को साथ ले आओ,आओ आओ मां अम्बे आओ।
राम तुम भी पधारो,लक्ष्मण तुम भी पधारो।हनुमत को साथ ले आओ,आओ आओ मां अम्बे आओ।
राधा तुम भी पधारो, रुकमण तुम भी पधारो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺आके मोहनी मुरली बजाओ,आओ आओ मां अम्बे आओ।
रिद्धि सिद्धि भी आओ,प्यारे गणपत भी आओ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺आके कारज सफल बनाओ,आओ आओ मां अम्बे आओ।
ब्रह्मा तुम भी पधारो,विष्णु तुम भी पधारो।भोले आकर डमरू बजाओ,आओ आओ मां अम्बे आओ।
नवरातों में रंग बरसाओ,आओ आओ मां अम्बे आओ।