नाम लेने से तर जाएगा,
पार भव से उतर जायेगा॥
Category: विविध भजन
दाता जी तेरे दरबार में दीवाने आये है,
प्रभु का नाम जप ले मना,
क्यों फिरदा डावाडोल मना
धरती की शान तू है प्रभु की सन्तान,
एक दिन राम से मिलनो है एक दिन श्याम से मिलनो है,
मालिक तेरे जहां में,
इतनी बड़े जहां में,
कोई नहीं हमारा,
पितु मातु सहायक स्वामी सखा तुमही एक नाथ हमारे हो
हर सांस में हर बोल में हरि नाम की झंकार है .
तूं मेरी जिंदगी है, तूं मेरी हर खुशी है,
एक दिन जाणो रे सांवरिया,
मारे कई लेवा आंणो रे
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