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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Mara hansala re chalo shilhargadh kaya kothri me rang lago,मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,काया कोठड़ी में रंग लागो,nirgun bhajan

मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।

मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
मारा पवना रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
रंग लागो रे ज्यारो भय भागो।

राम नाम रा पिया रे प्याला,
पीवत-पीवत रंग लागो।
सुरत सुंदरी आगी ठिकाणे ,
जद काया में शिव जागो।
मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।

मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
मारा पवना रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
रंग लागो रे ज्यारो भय भागो।

इंगला रे आगे पिंगला रे उभी,
सुकमण जोय मन जाग्यो।
त्रिवेणी रा रंग महल में,
अड़ब झरोखे मारो भ्रम भागो।
मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।

मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
मारा पवना रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
रंग लागो रे ज्यारो भय भागो।

ऊँची मेढ़ी जी रे अमी रे ढळत है,
ढळत-ढळत मारो पिव जागो।
सुरत नुरत मारो आई रे सरोदे,
जद मालिक घर वाते लागे।
मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।

मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
मारा पवना रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
रंग लागो रे ज्यारो भय भागो।

शिखर माँय सेज पिया री,
वणती रे हमें मारो मन लागो।
मच्छेन्द्र प्रताप जति गोरख बोले,
भजन करे ज्यां रो भय भागो।
मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।

मारा हंसला रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
मारा पवना रे चालो शिखरगढ़,
काया कोठड़ी में रंग लागो।
रंग लागो रे ज्यारो भय भागो।

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