मेरी मां की चुनरिया सितारों जड़ी। इसे हर पल निहारु घड़ी हर घड़ी।
ब्रह्मा ने सजाया बड़े चाव से। विष्णु ने रचाया बड़े भाव से। भोले शंकर ने इसमें लगा दी लड़ी।
मेरी मां की चुनरिया सितारों जड़ी। इसे हर पल निहारु घड़ी हर घड़ी।
मेरी मां की चुनरिया में सत रंग है।धरती और गगन का ये सत्संग है।इस चुनरी के दम पे है दुनियां खड़ी।
मेरी मां की चुनरिया सितारों जड़ी। इसे हर पल निहारु घड़ी हर घड़ी।
मां की चुनरी ने लाखों को तार दिया है।अपने भक्तों का जीवन संवार दिया है। मां की चुनरी की महिमा है सबसे बड़ी।
मेरी मां की चुनरिया सितारों जड़ी। इसे हर पल निहारु घड़ी हर घड़ी।
मां की चुनरी के अद्भुत नजारे बड़े।लेके चुनरी मां हम तेरे द्वारे खड़े।हम तो जपते हैं मैया को हरपल घड़ी।
मेरी मां की चुनरिया सितारों जड़ी। इसे हर पल निहारु घड़ी हर घड़ी।