मैं नाचूं गाऊंगी सांवरिया दरबार में। मै शीश नवाऊंगी,सांवरिया दरबार में।
श्याम जैसा दुनिया में देव नहीं दूजा। घर-घर होवे हैं श्याम जी की पूजा। मैं सबको बताऊंगी, इस सारे संसार में।मैं नाचूं गाऊंगी सांवरिया दरबार में।
श्याम जी के मंदिर की बड़ी प्यारी शान है। मुरली बजावे श्याम प्यारी मुस्कान है। मैं दर्शन पाऊंगी ले पूरे परिवार ने। मैं नाचूं गाऊंगी सांवरिया दरबार में।
श्याम कुंड की है बड़ी अजब कहानी। प्रकट हुए जहां शीश के दानी। मैं भी तो नहाऊंगी,पानी ठंडे ठार में।मैं नाचूं गाऊंगी सांवरिया दरबार में।