बजरंगी करो विश्राम, सत्संग पूरा हुवा।
ब्रह्माजी तुम ब्रह्मलोक जाओ।अपनी पोथी साथ ले जाओ।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अब वहीं पे पढ़ो तुम वेद,सत्संग पूरा हुवा।बजरंगी करो विश्राम, सत्संग पूरा हुवा।
विष्णु जी तुम,वैकुंठ जाओ।अपनी लक्ष्मी को साथ ले जाओ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अब वहीं पे करो विश्राम,सत्संग पूरा हुवा।बजरंगी करो विश्राम, सत्संग पूरा हुवा।
रामचंद्र जी तुम अयोध्या को जाओ।अपनी सीता मैया,साथ ले जाओ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺वही पे करो राजपाट,सत्संग पूरा हुवा।बजरंगी करो विश्राम, सत्संग पूरा हुवा।
कृष्ण जी तुम वृंदावन को जाओ।अपनी राधा संग ले जावो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अब वहीं रचाओ रास,सत्संग पूरा हुवा।बजरंगी करो विश्राम, सत्संग पूरा हुवा।
दुर्गे मैया तुम अपने,भवन में जाओ।अपने लंगूर को साथ ले जाओ।अपने भैरों को साथ ले जाओ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तुम वहीं से देना आशीर्वाद,सत्संग पूरा हुवा।बजरंगी करो विश्राम, सत्संग पूरा हुवा।
सतगुरु जी तुम आश्रम जाओ।अपने भक्तों को संग ले जाओ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺वहीं पे सुनाओ ज्ञान,सत्संग पूरा हुवा।बजरंगी करो विश्राम, सत्संग पूरा हुवा।
सब सखियां अपने घर जाओ।सत्संग को हिरदय में बसाओ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तुम वहीं पे धरना ध्यान,सत्संग पूरा हुवा।बजरंगी करो विश्राम, सत्संग पूरा हुवा।