तर्ज, होलिया में उड़े री गुलाल
संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।हमेशा ही अरे मोहना,हमेशा ही अरे मोहना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम चंदन बनो, हम पानी बनेंगे।२। माथे पर मिलेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम मुरली बनो,हम तान बनेंगे।२। अधरो पे मिलेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम फूल बनो, हम माला बनेंगे।२।हिरदय में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम शब्द बनो,हम अर्थ बनेंगे।२।भागवत में मिलेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम सुर बनो,हम ताल बनेंगे।२।कीर्तन में मिलेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम माखन बनो, हम मिसरी बनेंगे।२।भोगों में मिलेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम दिया बनो,हम बाती बनेंगे।२।मंदिर में मिलेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम राधा बनो, हम कृष्णा बनेंगे।२।मधुवन में मिलेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
तुम श्रोता बनो, हम वक्ता बनेंगे।२। दिनरात मिलेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।
संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।२।हमेशा ही अरे मोहना,हमेशा ही अरे मोहना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹संग संग में रहेंगे हम,हमेशा ही अरे मोहना।