तर्ज, मने अबकी तो बचाले मेरी माय बटाऊ
गोपी बनकर आए भोलेनाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹मुख फेरकर गोरा मुस्काय,लहरिया पहना पचरंगी।
दर्पण कंघी हाथ ले भोला,जट्टा लेई सुलझाय।२।चोटी गूंथी पार्वती ने, एडी तक लटकाय।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹भोला मोतीयन भर लेई मांग,चुनर ओढ़ी पचरंगी।
गोपी बनकर आए भोलेनाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹मुख फेरकर गोरा मुस्काय,लहरिया पहना पचरंगी।
शीश जड़ाऊ झूमर पहना,कानों में झुमका लटके।२।आंख में कजरा,नाक नथनिया, माथे बिंदिया चमके।🌹🌹🌹🌹🌹🌹भोले लाली लगा लेई होठ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।
गोपी बनकर आए भोलेनाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹मुख फेरकर गोरा मुस्काय,लहरिया पहना पचरंगी।
बाजूबंद बाहों में पहना,चूड़ियन भरी कलाई। २।मोतियन के गजरे पहने हैं,कंगन भरी कलाई।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹भोला मेहंदी लगा लेई दोनों हाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।
गोपी बनकर आए भोलेनाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹मुख फेरकर गोरा मुस्काय,लहरिया पहना पचरंगी।
घुंघरू वाली कमर तागड़ी,पहन लेई है कसके।२।पायल बिछुवा,झांझर पहने, भोला जी हंस हंसके।🌹🌹🌹🌹🌹🌹पग लाल महावर ली लगाय,चुनर ओढ़ी पचरंगी।
गोपी बनकर आए भोलेनाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹मुख फेरकर गोरा मुस्काय,लहरिया पहना पचरंगी।
चौंसठ बंद की चोली पहनी,भोला ने शर्माय।२।जरी सितारों वाली चुनर,गोरा देई उढ़ाय।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹लंबे घुंघट से झांके है भोलेनाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।
गोपी बनकर आए भोलेनाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹मुख फेरकर गोरा मुस्काय,लहरिया पहना पचरंगी।
अस्सी कली का लहंगा पहना,कमर बहुत है मोटी।२।गांठ लगावन लागे भोला,डोरी पड़ गई छोटी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹छोटी डोरी में बांधा काला नाग,चुनर ओढ़ी पचरंगी।
गोपी बनकर आए भोलेनाथ,चुनर ओढ़ी पचरंगी।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹मुख फेरकर गोरा मुस्काय,लहरिया पहना पचरंगी।