नन्द जी के आंगन में, बज रही आज बधाई।
Tag: Sawli surat mukh chanda
मेरे मोहन तू मुरली बजा दे।नहीं बजती तो मुझको थमा दे।
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
रसिया को नार बनाओ री रसिया को।
सांवली सूरत मुख चंदा,भजो रे मन गोविंदा।
नन्द जी के आंगन में, बज रही आज बधाई।
मेरे मोहन तू मुरली बजा दे।नहीं बजती तो मुझको थमा दे।
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
रसिया को नार बनाओ री रसिया को।
सांवली सूरत मुख चंदा,भजो रे मन गोविंदा।