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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Bholenath Ki Barat by Shekhar Jaiswal lyrics,चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात,shiv bhajan

चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।

सज धज के भोलेनाथ चले हैं, गोरा मां को बिहाने। भूत प्रेत सब साथ में नाचे, देवता आन पधारे।सज धज के भोलेनाथ चले हैं, गोरा मां को बिहाने। भूत प्रेत सब साथ में नाचे, देवता आन पधारे। बरसों का इंतजार खत्म है ,आज मिलन की रात। चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।

मुंड की माला गले पड़ी है ,भस्म रमे है भोला। हल्दी मेहंदी उबटन लगे ,खूब जचे रही गोरा।मुंड की माला गले पड़ी है ,भस्म रमे है भोला। हल्दी मेहंदी उबटन लगे ,खूब जचे रही गोरा। भंग चढ़ा के धूम मचा के, तु भी संग में नाच।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।

देख बाराती डरे धरा, भोला कैसा भयंकर। प्रेम बलाए लेती गोरा, मैया लगे है सुंदर।देख बाराती डरे धरा, भोला कैसा भयंकर। प्रेम बलाए लेती गोरा, मैया लगे है सुंदर। प्रेम पुजारी राजकुमारी, बन गई शिव के साथ।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।

चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।चली रे चली रे भोलेनाथ की बारात।

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