बिन धोयाँ दुख ना मिटै रै, बीरा मेरा तिरणा किस बिध होय॥
Category: निर्गुण भजन nirgun Bhajan
साधो भाई देखो ना नज़र पसार,
या काया तन में रेल चलें,
ओ तन जावसी रे मनवा,
चेत सके तो चेत,
भूल गई मेरी सुरता भूल गई।
थारी डगमग हाले नाड बुढापो खोटो छ
बैकुंठा रा टिकट कटा दो अब म्हाने नहीं रहना रे।
मत कर माया रो गुमान,माया आपनी कोणी।
मत कर मान गुमान, मत कर काया को अहंकार
काया रे तेरी पावनी रे बन्दे, हंस बटेऊ लोग।
कौन ठगवा नगरिया लूटल हो
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