ये मेरी अर्जी है,
मै वैसी बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है।
लफ्जो का टोटा है,
लफ्जो का टोटा है,
जिक्र प्यारे का,
अश्को से होता है,
ये मेरी अर्जी हैं,
मै वैसी बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है।।
छम छम छम बारिश है,
छम छम छम बारिश है,
माहि घर आजा,
हर बून्द सिफारिश है,
ये मेरी अर्जी हैं,
मै वैसी बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है।।
वो इतना प्यारा है,
वो इतना प्यारा है,
चाँद कहे उससे,
तू चाँद हमारा है,
ये मेरी अर्जी हैं,
मै वैसी बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है।।
जग रोक ना पाएगा,
जग रोक ना पाएगा,
मीरा नाचेगी,
जब श्याम बुलाएगा,
ये मेरी अर्जी हैं,
मै वैसी बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है।।
मेरा माहि अब तूं है
मेरा माहि अब तूं है
उसकी खुशबु से,
खुशबु में खुशबु है,
ये मेरी अर्जी हैं,
मै वैसी बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है।।
ये मेरी अर्जी है,
मै वैसी बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है।।
Categories
Ye meri arji hai me waisi ban jau,ये मेरी अर्जी है,मै वैसी बन जाऊँ,जो तेरी मर्जी,krishna bhajan
ये मेरी अर्जी है,
मै वैसी बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी