चांद सा सलोना मुख
लटें घुंघरारी है।
भोएं है कटीली,
आंखें तिरछी कटारी है।
हो याके मधुर रसीले वचन
हो मेरा या पे अटक गया मन,
हो याको नाम है राधारमण,
हो मेरा या पे अटक गया मन।
राधारमण मेरो राधारमण री राधारमण मेरो राधा रमण री।
गुन्ज माल गले सोहे
मुरली अधर पे।
पीत पट झोंटा खाए,
पतली कमर पे।
हो याको चन्दन सा महके बदन,
हो मेरा या पे अटक गया मन,
राधारमण मेरो राधारमण री
राधारमण मेरो राधारमण री।
कनक कड़ोला कर
पायल रही पाँव में।
रहने दे पिया मोहे,
क़दमों की छाँव में।
हो मेरी लागी है तुमसे लगन,
हो मेरा या पे अटक गया मन
राधारमण मेरो राधारमण री
राधारमण मेरो राधारमण री
राधारमण मेरो राधारमण री
राधारमण मेरो राधारमण री,
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Chand sa salona mukh late gunghrari hai,चांद सा सलोना मुख,लटें घुंघरारी है,krishna bhajan
चांद सा सलोना मुख
लटें घुंघरारी है।