राधा की बाली उमरिया,कान्हा से लड़ गई नजरिया।
पहली नजरिया वृंदावन में लड़ी थी।झपकी ना नज़रे सांवरिया,कान्हा से लड़ गई नजरिया।राधा की बाली उमरिया,कान्हा से लड़ गई नजरिया।
दूजी नजरिया गोकुल में लड़ी थी। सर से सरकी चुनरिया, कान्हा से लड़ गई नजरिया।राधा की बाली उमरिया,कान्हा से लड़ गई नजरिया।
तीजी नजर पनघट पर लड़ी थी। सर से उतर गई गगरिया, कान्हा से लड़ गई नजरिया।राधा की बाली उमरिया,कान्हा से लड़ गई नजरिया।
चौथी नजर सत्संग में लड़ी थी।सखियों ने पकड़ी लकुटिया,कान्हा से लड़ गई नजरिया।राधा की बाली उमरिया,कान्हा से लड़ गई नजरिया।
राधा की बाली उमरिया,कान्हा से लड़ गई नजरिया।