आज म्हारे कानुड़े रे काई होयो,
आज म्हारे कानुड़े रे
काई होयो ।
इण ने किण री निजरां लागी ओ,
आज म्हारे कानुड़े रे काई होयो ।
लूण कराऊँ ईरे मिर्चो कराऊँ,
कोई झाड़ागर बुलवाऊँ रे ।
आडो लेवू इण ने उभो रे लेवू,
कोई गोदया में हुलराऊँ ओ ।
कानूड़ा ने लेय म्हें बागां में गई थी,
कोई माळी जी री निजरां लागी ओ ।
आज म्हारे कानुड़े रे काई होयो…
कानूड़ा ने लेय म्हें तो पिनघट गई थी,
पिणहारियों री निजरां लागी ओ ।
आज म्हारे कानुड़े रे काई होयो…
कानूडा ने लेयम्हें तो चोवटिये गई थी,
चौरास्यों री निजरां लागी ओ ।
आज म्हारे कानुड़े रे काई होयो…
कानूड़ा ने लेय म्हें तो सतसंग गई थी,
कोई साळगजी री निजरां लागी ओ ।
आज म्हारे कानुड़े रे काई होयो…
कानूड़ा ने लेय म्हें तो जोशी रे गई थी,
इण ने जोशीजी री निजरा लागी,
म्हें चन्द्र सखी रीअरज वीणति,
म्हारे भवजळ पार उतारो ओ ।
आज म्हारे कानुड़े रे काई होयो…