हाथों में ले श्याम ध्वजा, और मन में लेके आस,
हम चल दिए खाटू श्याम धाम, अब पूरी होगी आस,
मन्ने दुनियाँ से अब क्या लेना, रख रहम करम बस तू,
मन्ने बचपन से यो सुणियाँ स, हारे का सहारा तू………..
तेरी मेरी प्रीत पुराणी, शक की ना गुंजाइस है,
रखना हमेशा चरणों में, बस इतनी सी फरमाइस है,
जब जब हूँ मैं बाबा हारा, तब बणा सहारा तू,
मन्ने बचपन से यो सुणियाँ स, हारे का सहारा तू………….
मत घबराना विपदा से, ओ श्याम दीवानों घड़ी घड़ी,
तुझ पे आने से पहले, विपदा को हर ले मोर छड़ी,
रख बाबा पे विश्वास अटल, बदलेगी किस्मत यूँ,
मन्ने बचपन से यो सुणियाँ स, हारे का सहारा तू,
मन्ने बचपन से यो सुणियाँ स, हारे का सहारा तू…………
मोर छड़ी और काली कमली, होठों पे मुस्कान है…….
बिन माँगे भर देता झोली, ऐसा मेरा श्याम है,
मिट्टीको सोना कर दे तू,
मेरा तो ख़जाना तू,
मन्ने बचपन से यो सुणियाँ स, हारे का सहारा तू,
मन्ने बचपन से यो सुणियाँ स, हारे का सहारा तू,
हाथों में ले श्याम ध्वजा, और मन में लेके आस,
हम चल दिए खाटू श्याम धाम, अब पूरी होगी आस,
मन्ने दुनियाँ से अब क्या लेना, रख रहम करम बस तू,
मन्ने बचपन से यो सुणियाँ स, हारे का सहारा तू………