मेरी माला में चौसठ मणिये, कोई राम भजनिया कोन्या। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैं ही भज लयूं शाम सवेरे, कोई और भजनिया कोण्यां।
किसने तै तेरा दिया बुलावा, और कौन लेण ने आया। धर्मराज ने दिया बुलावा, और यमदूत लेण ने आया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मेरी माला में चौसठ मणिये, कोई राम भजनिया कोन्या।🌺मैं ही भज लयूं शाम सवेरे, कोई और भजनिया कोण्यां।
किसने तै तेरा धडिया ठाया, किसने मसल नहवाया। मेरे बेटयाँ ने धडियाँ ठाया, पोत्यों ने मसल न्हवाया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मेरी माला में चौसठ मणिये, कोई राम भजनिया कोन्या।🌺मैं ही भज लयूं शाम सवेरे, कोई और भजनिया कोण्यां।
किसने तै तेरी अर्थी सजाई,किसने बंध लगाए।मेरे बेटयाँ ने अर्थी सजाई,पोत्यों ने बंध लगाए।मेरी माला में चौसठ मणिये, कोई राम भजनिया कोन्या।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैं ही भज लयूं शाम सवेरे, कोई और भजनिया कोण्यां।
हो किसने तै तेरी चिता बणाई,किसने आग लगाई। भाई बन्ध ने चिता बणाई,मेरे बेटयाँ ने आग लगाई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मेरी माला में चौसठ मणिये, कोई राम भजनिया कोन्या।🌺मैं ही भज लयूं शाम सवेरे, कोई और भजनिया कोण्यां।
किसने तै तेरे फूल चुगाये,किसने गंगा पहुंचाए।भाई बंध ने फूल चुगाए, बेटयाँ ने गंगा पहुंचाए।मेरी माला में चौसठ मणिये, कोई राम भजनिया कोन्या।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैं ही भज लयूं शाम सवेरे, कोई और भजनिया कोण्यां।
किसने तै तेरा रुदन मचाया,किसने खुशी मनाई।मेरी बेटी ने रुदन मचाया, बहुआं ने खुशी मनाई।मेरी माला में चौसठ मणिये, कोई राम भजनिया कोन्या।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मैं ही भज लयूं शाम सवेरे, कोई और भजनिया कोण्यां।