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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Jo bigde so tera ram mera kya bigde,जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े,nirgun bhajan

जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।

जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।

एक बुढ़िया के दो जो बेटा, दोनों न्यारे न्यारे, राम मेरा क्या बिगडे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगडे



बड़े बेटा ने कोठी बनवाई।दूसरे ने बंगला बनाया, राम मेरा क्या बिगड़े।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।



आपस में बेटा बोलान लागे, बुढ़िया की है झोपड़िया, राम मेरा क्या बिगडे।🌺🌺🌺🌺🌺जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।



बड़े बेटा ने खाना बनाया। 🌺🌺🌺
दूसरे ने खाना ना बनाया राम मेरा क्या बिगड़े।जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।



बहू बेटा तो खा के सो गए। दूसरे ने बुझी ना बात राम मेरा क्या बिगड़े।🌺🌺🌺🌺🌺🌺
जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।



बड़ी जोर से आंधी आयी।🌺🌺🌺🌺🌺
उड़ गई झोपड़िया मेरी, राम मेरा क्या बिगड़।
जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगडे।



बहू बेटा आपस में बतलावे। 🌺🌺🌺🌺🌺
बुढ़िया की उड़ गई झोपड़िया, राम मेरा क्या बिगड़ेजो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।



बुढ़िया की तो आयि पालकी। 🌺🌺🌺
कृष्ण बैठे आए, राम मेरा क्या बिगडे।
जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।



बहू बेटा आपस में बतलावे। 🌺🌺🌺🌺🌺
बुढ़िया कर गई चाले, राम मेरा क्या बिगड़े
बुढ़िया बैठी आवे राम मेरा क्या बिगड़े। जो बिगड़े सो तेरा राम मेरा क्या बिगड़े।

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