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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Ari tere sab sankat kat jay,puja govardhan ki karle,अरी तेरे सब संकट कटि जायें,पूजा गोवर्धन की करिलै,govardhan bhajan

अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

अरी तेरे सब संकट कटि जायें,पूजा गोवर्धन की करिलै।

अड्डे पै भीर बड़ी हो,मोटर नाँय एक खड़ी हो।
अरी तू चल दै चालम चाल,पूजा गोवर्धन की करिलै।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

जा मानसी गंगा नहियो,गिर्राज कूँ माथ नवइयो।
और फिर परिकम्मा कू जाय,पूजा गोवर्धन की करिलै।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

परिकम्मा में मिलें भिखारी,दीजो भिक्षा उनकूँ डारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
अरी तू पुन्य बड़ौ ही पाय,पूजा गोवर्धन की करिले।पूजा गोवर्धन की करिलै।
अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

मन्दिर जो बीच पड़िंगे,पइसा एक-एक चढ़िंगे।
अरी तू दर्शन करती जाय,पूजा गोवर्धन की करिले।🌺🌺🌺🌺पूजा गोवर्धन की करिलै।
अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

जब आवै पूछरी को लौठा,बिन खाय जो पड़ौ सिलौठा।अरी वाय चरनन सीस झुकाय,
पूजा गोवर्धन की करिलै।🌺🌺🌺🌺🌺🌺
पूजा गोवर्धन की करिलै,
अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

जब राधाकुण्ड कूँ जाबें,वहाँ दोनों कुण्ड में नहावैं
अरी तेरे पाप सभी धुल जाँय,🌺🌺🌺🌺🌺
पूजा गोवर्धन की करिलै,
अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

तू लौट गोवर्धन आवै,श्रम तेरौ सब हर जावै।
अरी जब मानसी गंगा नहाय,
पूजा गोवरधन की करिलै🌺🌺🌺🌺🌺🌺
अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

पूजा कौ थाल सजइयो,बर्फी को भोग लगइयो।
मुकुट गिर्राज कू शीश नवाय,🌺🌺🌺🌺🌺
पूजा गोवरधन की करिलै,
अरी तेरे सब संकट कटि जायें,
पूजा गोवर्धन की करिलै।

गिरिराज से ध्यान लगावे,मन वांछित फल तू पावे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
अरी तूं सबसे कहत सुनाय,
पूजा गोवरधन की करिलै।अरी तेरे सब संकट कटि जायें,पूजा गोवर्धन की करिलै।

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