तर्ज,
सीता तुलसी मनावे सबेरे उठ के।२।
राम जी के अंगना में,तुलसी का पौधा।२।सीता जल है चढ़ावे,सबेरे उठ के।सीता तुलसी मनावे सबेरे उठ के।
राम जी के अंगना में,तुलसी का पौधा।२।सीता फुलवा चढ़ावे,सबेरे उठ के।🌺🌺सीता दिया जलावे,सवेरे उठ के।सीता तुलसी मनावे सबेरे उठ के
राम जी के अंगना में,तुलसी का पौधा।२।सीता चुनरी ऊढ़ावे,सबेरे उठ के।🌺🌺🌺सीता तुलसी मनावे सबेरे उठ के।
राम जी के अंगना मे,ऋषियों की भीड़।सीता भोजन बनावे,सबेरे उठ के।🌺🌺🌺सीता तुलसी मनावे सबेरे उठ के।