तर्ज,तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी
मन हो जा दीवाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।तूं तो कर ले ठिकाना रे, श्री बालाजी के चरणों में।
पिता पवन अंजनी महतारी।शिव शंकर के हैं अवतारी।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺झुका सारा जमाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।
मन हो जा दीवाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।तूं तो कर ले ठिकाना रे, श्री बालाजी के चरणों में।
अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता।दिनों के तुम भाग्य विधाता।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺द्वारे रहता खजाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।
मन हो जा दीवाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।तूं तो कर ले ठिकाना रे, श्री बालाजी के चरणों में।
निर्धन को धनवान बनाते।निर्बल को बलवान बनाते।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सभी अर्जी लगाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।
मन हो जा दीवाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।तूं तो कर ले ठिकाना रे, श्री बालाजी के चरणों में।
तन के सारे कष्ट मिटाते।भव से नैया पार लगाते।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अपनी विनती सुनाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।
मन हो जा दीवाना रे,श्री बालाजी के चरणों में।तूं तो कर ले ठिकाना रे, श्री बालाजी के चरणों में।