तर्ज,सासु लड़ मत
मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना। पानी के बिना, राधा रानी के बिना। 🌹🌹🌹मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।
जमुना जल से, भरी रे कलसी।२ नहावे ना कान्हो राधा रानी के बिना।मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।
पाट पीतांबर केसरिया धोती। २। पहने ना श्याम राधा रानी के बिना। मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।
माखन मिश्री की भरी रे बाटकी।२। लगावे ना भोग राधा रानी के बिना। मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।
घिस घिस चंदन हाथ दुखाए।२। तिलक ना लगावे राधा रानी के बिना। मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।
बेला चमेली की माला पिरोई। २। पहने ना श्याम राधा रानी के बिना। मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।
सखियां मिलकर भजन सुनावे।२। पर सुनै ना श्याम राधा रानी के बिना।मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।
सखियां बुलावे आजा रे सांवरा। २। आवे ना श्याम राधा रानी के बिना। मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।
मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना। पानी के बिना, राधा रानी के बिना। 🌹🌹🌹मेरी सुख गई तुलसी,पानी के बिना।