चालो खुशियां मनावां, झुमां नाचां और गावां, सारी दुनिया में आनंद छायो रे। म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
कार्तिक को महीनो आयो,पावन नवमी आई। गुरसामल के आंगन में, देखो खुशियां छाई।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 ऐसी शुभ घड़ी आई, मैया बाटे रे बधाई। छायों हिवडे में हेत सवायों रे।म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
चालो खुशियां मनावां, झुमां नाचां और गावां, सारी दुनिया में आनंद छायो रे। म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
छोटी सी नाराणी झूले,पालणीय के माही। होले होले झाला देवे देखो गंगा माई।🌺🌺 हाथो घुघरा बंधाया,पैरों पायल पहनाया।माथे काजलियो को टिको लगायो रे।म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
चालो खुशियां मनावां, झुमां नाचां और गावां, सारी दुनिया में आनंद छायो रे। म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
झुंझनू से आज दादी,म्हारे घरां आई। सगला मिलकर दादीजी ने,खूब सजाई।🌺🌺🌺लाल चुंदड़ी उढाई, हाथां मेहंदी लगाई। मां को सोनो सो सिंगार सजायो रे।म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
चालो खुशियां मनावां, झुमां नाचां और गावां, सारी दुनिया में आनंद छायो रे। म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
बुंदिया पेड़ा दादी जी के भोग लगाया। खीर बनाई और पुड़ा बनवाया। 🌺🌺🌺🌺🌺नागर पान मंगाया, छप्पन भोग सजाया।मैया रुचि रुचि भोग लगायो रे।म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
चालो खुशियां मनावां, झुमां नाचां और गावां, सारी दुनिया में आनंद छायो रे। म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
ज्योत जगाई मां की, झांकी भी सजाई। रंगोली बनाई बंदनवार बधाई। 🌺🌺🌺महे तो दादी ने निहारां, मां की नजरां उतारां।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺आज भादुडे को मेलो सो आयो रे।म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।
चालो खुशियां मनावां, झुमां नाचां और गावां, सारी दुनिया में आनंद छायो रे। म्हारी मैया को जन्मदिन आयो रे।