Categories
शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Ekdin maiya parvati bhole se, एकदीन मैया पार्वती भोले से,shiv bhajan

एकदीन मैया पार्वती भोले से,ये बोले

तर्ज,पल्लो लटके

एकदीन मैया पार्वती भोले से,ये बोले।स्वामी मुझको भी घुमाओ  तुम, हरिद्वार मेले।

बोले भोले क्या करोगी,हरिद्वार में जाके।भीड़ भाड़ में खो जाओगी,रोवोगी पछताके।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तुझको जो चाहिए सो ले ले रे,कैलाश के मेले।स्वामी मुझको भी घुमाओ  तुम, हरिद्वार मेले।

कैलाश में कुछ नही मिलता,हरिद्वार को जाऊं।सुंदर सा सिंगार खरीदूं,राधे को ललचाऊं।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹मेरे मन में इच्छा खेले रे,हरिद्वार मेले।स्वामी मुझको भी घुमाओ तुम, हरिद्वार मेले।

चले हैं भोला गोरा लेकर नीलकंठ में,सो गए।बोले तुम करलो खरीदारी,हाथ विभूति दे गए।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹गोरा यही है पैसे ले ले रे,हरिद्वार मेले।स्वामी मुझको भी घुमाओ तुम, हरिद्वार मेले।

बोली गौरा यह है माटी,क्या करूं में इसका।बोले शंकर बदल जाएगा,जो ले भाग्य है उसका।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹इस से सारा मेला ले ले रे,हरिद्वार मेले।स्वामी मुझको भी घुमाओ तुम, हरिद्वार मेले।

ऐसे ही नए नए भजन के लिए प्लीज मेरे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करे🙏 और अपने सुझाव कॉमेंट में लिख दें।

Leave a comment