बाजरे की रोटी खाले श्याम,की चूरमा ने भूल जावेगो।२।के चूरमा ने भूल जावेगो,के चूरमा ने भूल जावेगो।बाजरे की रोटी खाले श्याम,की चूरमा ने भूल जावेगो।
जाटनी के हाथ की,बनी रे कमाल की। साग ल्यायो हांडी बाबा,कढ़ी और दाल की।🌹🌹 गुड़ मीठो मीठो मेरा श्याम,की चूरमा ने भूल जावेगो।२
बाजरे की रोटी खाले श्याम,की चूरमा ने भूल जावेगो।
बाजरो ईसो है बाबा,ठंड कोनी लागे।दस बीस कोस बाबा खाय के तूं भागे। 🌹🌹🌹🌹गोडा में आवेगी तेरे जान,की चूरमा ने भूल जावेगो।२
बाजरे की रोटी खाले श्याम,की चूरमा ने भूल जावेगो।
बाजरे की रोटी साग,छाछ का सबडका।खाय के मारेलो बाबा, मूंछ के रगड़का।🌹🌹🌹रोट का करेलो गुणगान,की चूरमा ने भूल जावेगो।२
बाजरे की रोटी खाले श्याम,की चूरमा ने भूल जावेगो।
बनवारी रोट ऐसा, ढूंढतो रहवगो। हरियाणे पत्तो मेरो पुछतो रहवगो। 🌹🌹🌹🌹🌹पूछतो रहवगो मेरो नाम,की चूरमा ने भूल जावेगो।२
बाजरे की रोटी खाले श्याम,की चूरमा ने भूल जावेगो।के चूरमा ने भूल जावेगो,के चूरमा ने भूल जावेगो।बाजरे की रोटी खाले श्याम,की चूरमा ने भूल जावेगो।