तर्ज,मनिहारी का भेष बनाया
देखो नंदी पर चढ़कर आया। भोले बाबा ने ब्याह रचाया।
पहने टाई ना सूट, नाही पांव में बूट।२।🌙🌙 मृगछाला ओढ़ कर आया ।भोले बाबा ने ब्याह रचाया।देखो…
नाही बग्गी चढ़े ना ही घोड़ी चढ़े ।🌙🌙🌙बुड्ढे नंदी को खूब सजाया ।🌙🌙🌙🌙🌙भोले बाबा ने ब्याह रचाया ।देखो…
ना शहनाई बजे ना ही बाजा बजे।🌙🌙🌙अपने हाथों से डमरू बजाया।🌙🌙🌙🌙 भोले बाबा ने ब्याह रचाया। देखो….
सिर पर लंबी जटा जैसे काली घटा।🌙🌙🌙 सर्पों का हार बनाया।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙 भोले बाबा ने ब्याह रचाया। देखो….
तन पर भष्मी लगा सबको भंगिया पिला।🌙 खुद नाचे हैं सब को नचाया।🌙🌙🌙🌙🌙 भोले बाबा ने ब्याह रचाया।देखो…
लाए किस किसको साथ ।🌙🌙🌙🌙🌙यह अनोखी बारात ।🌙🌙🌙🌙🌙🌙भूतों की टोली बुलाया ।भोले बाबा ने ब्याह रचाया। देखो…
भोले मन में हंसे सभी ताने कसे।🌙🌙🌙 गोरा कैसा यह वर तूने पाया।🌙🌙🌙🌙 भोले बाबा ने ब्याह रचाया। देखो…
3 replies on “Dekho nandi pe chadhke aaya, भोले बाबा ने व्याह रचाया,शिव विवाह भजन”
लाए किस किसको साथ ।🌙🌙🌙🌙🌙यह अनोखी बारात ।🌙🌙🌙🌙🌙🌙भूतों की टोली बुलाया । इसलिए विडीओ में मनुष्यों को कंकालों से replace किया जाए यह निवेदन है।
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http://philosia.in/2021/05/19/importance-of-fabonacci-series-being-adopted-by-nature/
भोले के विवाह में गण जो थे वे पिछली सृष्टि के प्रलय के पहले अमर हुए संत- जो समाधि पश्चात ज़मीन में कंकाल के रूप में मौजूद रहे थे- वे शामिल हुए क्योंकि तब तक मनुष्य के रूप में पहले भगवान कार्तिकेय का जन्म भी नहीं हुआ था। फिर साधारण मानव का जन्म प्रारम्भ हुआ उनके बाद।
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Thanks
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