मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,ये मैं जानू या वो जाने,
Tag: Tumse milne ko ye murliwale
अमूवा की डाली हिंडो घाल्यों, जे कोई झूलन आय
धरती से गगन तक ढूंढा रे मेरा श्याम न जाने किधर गया।
तुमसे मिलने को ऐ मुरली वाले,
दिल के अरमान मचलने लगे हैं,
मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,ये मैं जानू या वो जाने,
अमूवा की डाली हिंडो घाल्यों, जे कोई झूलन आय
धरती से गगन तक ढूंढा रे मेरा श्याम न जाने किधर गया।
तुमसे मिलने को ऐ मुरली वाले,
दिल के अरमान मचलने लगे हैं,