चिंतन में हो घनश्याम, होठों पे राधा नाम।चिंतन में हो घनश्याम, होठों पे राधा नाम।चिंतन में हो घनश्याम, होठों पे राधा नाम।चिंतन में हो घनश्याम, होठों पे राधा नाम।बस यही है अरदास आपके दास की। कृपा हुई मोहन तेरी तोही तो ये जीवन मिला।कैसे करूं तेरा शुक्रिया मुझको तेरा दर मिला।कृपा हुई मोहन तेरी तोही […]
Tag: Sudh le lo meri ghanshyam
सुध ले लो मेरी घनश्याम,
आप आए नहीं,
दीवाना बना दिया हमे, मस्ताना बना दिया।
तू ही हमारा, एक सहारा,
तू ही है नैया मेरी, तू ही किनारा,
नैया हमारी मोहन बिन मांझी चल रही है
मोर नाचे मोर नाचे मोर नाचे रे,
धुन मुरली की सुन के मोर नाचे रे,
काली कमली के नीचे आजा क्यों भीजे राधा खड़ी-खडी।